अधिष्ठापन समारोह
1 अप्रैल 2023 को ला मोंटेसरी स्कूल, कलहैली में अधिष्ठापन समारोह मनाया गया था। कहने के लिए तो यह सिर्फ एक ही दिन की बात है लेकिन इसके पीछे पूरे एक महीने की मेहनत जुड़ी हुई है। इस समारोह में हमारे विद्यालय की नई छात्र परिषद को सम्मानित किया गया था। ला मोंटेसरी स्कूल की छात्र परिषद में चार कप्तान, चार उप कप्तान और एक स्कूल प्रतिनिधि होता है। इन नौ लोगों को चुनने के पीछे ही लगी है पूरे एक महीने की मेहनत। इन्हें चुनने के लिए एक लम्बी प्रक्रिया का अनुसरण करना पड़ता है। यह 9 लोग इस पूरी प्रक्रिया से गुज़र चुके हैं और इन्होंने उस प्रक्रिया के हर एक कदम पर अपने आप को साबित किया है। यह समारोह इन विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए ही मनाया जाता है।
चुनाव की प्रक्रिया
अब मैं वर्णन करना चाहूंगा उस प्रक्रिया का जिसके द्वारा छात्र परिषद का चुनाव किया गया था।
रिज्यूमे : इसमें सभी छात्रों से एक रिज्यूमे माँगा जाता है। इसमें उन्हें कुछ पन्नों पर अपने बारे में बताना होता है। उन्हें ज़्यादातर अपने विद्यालय के जीवन के बारे में बताना होता है अर्थात उनकी उपलब्धियाँ, उनके शौक आदि। यह सभी के लिए अनिवार्य होता है।
मैनिफेस्टो : इसमें छात्रों को एक चार्ट पर रचनात्मक तरीके से अपने गुणों के बारे में बताना होता है। हर एक विद्यार्थी अपने तरीके से इसे बना सकता है। यह चार्ट ही सभी को उनके व्यक्तित्व से परिचित करता है। यह भी सभी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य होता है।
भाषण : इसमें सभी विद्यार्थियों को अपने उद्देश्य के बारे में बताने के साथ-साथ यह बताना होता है की क्यों उन्हें एक कप्तान के रूप में चुना जाना चाहिए।
एक्सटेम्पोर : पिछले तीनों प्रक्रियाओं के आधार पर इसके लिए कुछ विद्यार्थी चुने जाते हैं। इसमें उन्हें एक विषय दिया जाता है पर्ची के द्वारा और फिर आधा मिनट सोचने के बाद उन्हें उस पर एक मिनट के लिए बोलना पड़ता है।
सामूहिक चर्चा : इसमें चुने गए विद्यार्थियों को एक विषय पर समूह में चर्चा करनी होती है। इसके माध्यम से उनमें लोगों के बीच में बोलने का गुण देखा जाता है।
शारीरिक परीक्षण : इसमें चुने हुए विद्यार्थियों का शारीरिक परीक्षण किया जाता है। इसके माध्यम से उनकी फिटनेस के बारे में जाना जाता है।
आखरी कदम : यह इस प्रक्रिया का आखरी कदम होता है। इसमें कुछ अध्यापक चुने गए विद्यार्थियों से कई प्रकार के सवाल पूछते हैं और विद्यार्थियों के जवाबों के आधार पर उनका विश्लेषण करते हैं।
यह थी एक लम्बी प्रक्रिया जो पूरे महीने चलती है विद्यालय की छात्र परिषद के चुनाव के लिए। इसके बाद छात्र परिषद चुन ली जाती है। चार कप्तान और उप कप्तान उनके अपने-अपने हाउस का नेतृत्व करते हैं।
हाउस
हमारे विद्यालय के चार हाउस हैं - एमरेल्ड, रूबी, सफायर और टोपाज। यह चारों नाम कीमती जवाहरातों के नाम हैं। हर एक हाउस का नेतृत्व एक कप्तान और एक उप कप्तान द्वारा किया जाता है।
मुख्य समारोह
यह समारोह हर वर्ष ला मोंटेसरी स्कूल केलहेली में धूम धाम से मनाया जाता है।
इस समारोह की शुरुवात होती है हमारे मुख्य अतिथि के स्वागत से। इस समारोह में हमारे मुख्य अतिथि थे कुल्लू के ए.डी.एम, प्रशान्त सरकैक । उनके आते ही उनका स्वागत किया गया। उनका स्वागत गुलदस्ते और एस्कॉर्ट्स द्वारा किया गया था।
इसके बाद कई कलाओं का प्रदर्शन किया गया। इनमें शामिल थे, पंजाबी भांगड़ा, कराटे का प्रदर्शन और एक प्रेरक गीत। इन्हें देखना काफी मनोरंजक था।
इस मौके पर मौजूद लोग थे, ला मोंटेसरी स्कूल की प्रबंधक संचालक शैक्षणिक विभाग श्रीमती ललिता कँवर, श्री उदय कँवर, श्रीमती सविता जैस्वाल, श्री प्रशान्त सरकैक , छात्र परिषद के विद्यार्थियों के अभिभावक, और ला मोंटेसरी स्कूल, कलहैली के अध्यापक व अध्यापिकाएं।
इन कार्यक्रमों के बाद सभी कप्तानों और उप कप्तानों को उनके हाउस के मध्यस्थ द्वारा और स्कूल प्रतिनिधि को मुख्या अथिति द्वारा एक-एक करके सम्मानित किया गया और फिर श्रीमती ललिता कँवर के ज़रिये प्रतिनिधियों ने अपना काम ईमानदारी से करने की शपत ली।
इसके बाद मुख्य अतिथि ने एस्कॉर्ट्स के साथ विद्यालय का निरिक्षण किया। फिर सब विद्यार्थियों ने मार्च पास्ट किया और सब एकत्रित हो गए।
आखिर में इस समारोह का समापन हुआ मुख्य अतिथि द्वारा विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने हेतु कुछ शब्दों और ला मोंटेसरी स्कूल की शान स्कॉटिश बैंड के साथ।
इस प्रकार ला मोंटेसरी स्कूल कलहैली को सफलतापूर्वक मिली नई छात्र परिषद।
इन सब प्रक्रियाओं का उद्देश्य है विद्यार्थियों की रचनात्मकता को आगे लाना और बढ़ावा देना। इससे समग्र विकास होता है जो बच्चों के लिए फायदेमंद होता है। इससे बच्चों की पाठ्येतर गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाता है।
इन सब चीज़ों से ही बच्चों का कौशल विकास होता है। इससे उन्हें नेतृत्व करने का मौका मिलता है और इन्हीं सब चीज़ों से वह भविष्य के लिए तैयार होते है।
धन्यवाद,
आदित्य
कक्षा – दसवीं